Masjid Mein Daakhil Hone aur Nikalne ki Duaayein
वज़ाहत : मस्जिद में दाख़िल होते वक़्त पहले दायाँ पैर अंदर रखना चाहिए और निकलते वक़्त बाएँ (उल्टे ) पैर से निकलना चाहिए।
मस्जिद में दाख़िल होने की दुआ :
السّلامُ عَلَى النَّبِيِّ وَرَحْمَةُ اللهِ وَبَرَكَاتُهُ
1. अस्सलामु अलन्नबिय्यि वरहमतुल्लाहि व ब-र-कातुह. 1
तर्जुमा : नबी ﷺ पर सलामती हो और अल्लाह की रहमत और उसकी बरकतें हों।
फिर यह दुआ पढ़नी चाहिए :
اللَّهُمَّ افْتَحُ لِي أَبْوَابَ رَحْمَتِكَ
2. अल्लाहुम्मा इफ्ताह ली अब्वाब रहमतिक 2
तर्जुमा : ऐ अल्लाह ! मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाज़े खोल दे।
मस्जिद से निकलने की दुआ :
السَّلَامُ عَلَى النَّبِيِّ وَرَحْمَةُ اللهِ وَ بَرَكَاتُهُ
1. अस्सलामु अलन्नबिय्यि वरहमतुल्लाहि व ब र-कातुह 3
तर्जुमा : नबी ﷺ पर सलामती हो और अल्लाह की रहमत और उसकी बरकतें हों।
फिर यह दुआ पढ़नी चाहिए :
اللهُمَّ إِنِّي أَسْتَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ
2. अल्लाहुम्म इन्नी अस्सलु-क मिन फ़ज़्लिक 4
तर्जुमा : ऐ अल्लाह ! मैं तुझ से तेरा फज्ल माँगता हूँ ।
- सुनन इब्ने माजह: किताबुल मसाजिद (773) ↩︎
- सहीह मुस्लिम : किताबु सलातिल मुसाफिरीन (2/229) ↩︎
- सुनन इब्ने माजह: किताबुल मसाजिद (773) ↩︎
- सहीह मुस्लिम : किताबुल मुसाफिरीन (2/229) ↩︎